तेरे नयन
हे श्यामसुंदर
मन में बसे फिर
क्या हो जीवन.
जीवन है वही
जिसमे बसा
तेरा नाम
और तू.
तेरे बिना
व्यर्थ जीवन
चाहे जितना
मैं जी लूं.
इन नयनों से
तुझको निहारा नही.
मेरे ह्रदय को गर
तू लगे प्यारा नही.
फिर क्या ये जीना है
फिर क्या मैं इंसा हूँ.
साँसे तो मेरी चल रही
वाकई क्या मैं जिन्दा हूँ.
तेरे नयन
हे श्यामसुंदर
मन में बसे फिर
ये जीवन है जीवन.
तेरे नयन...
तेरे नयन...
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