बुधवार, 9 नवंबर 2011

हाँ,वो घर जो है अपना,वहाँ हर महीने दामोदर महीना.

दामोदर भगवान
दामोदर लीला.
कार्तिक मास
व्रज वृन्दावन में वास.

अलग-सा उत्साह
देता कार्तिक का स्नान.
भक्ति से भर देता
शाम का दीप दान.

जाने को है
ये दामोदर मास.
क्यों न हो
फिर ये दिल उदास.

यूं तो कृष्ण हमेशा
होते ही है साथ.
पर इस महीने लगते
वो कुछ और ही पास.

शायद अपने विरह का अहसास
हमें कराने के लिए.
चला जाता है ये महीना
ताकि हम तड़पे घर आने के लिए.

हाँ,वो घर जो है अपना
वहाँ हर महीने दामोदर महीना.
हर पल होते कान्हा पास
हर दिन ही होता है खास.